Tuesday, March 22, 2011

वो हू मै ....

बैठे बैठे अकेले कभी बिना बात के मुस्कान आये
तो समझ जाना " वो हु मै "
कभी रात को तन्हाई मे कोई गीत याद आजाये
तो समझ जाना " वो हु मै "
भरे बाज़ार मे भी नज़र आये हर चेहरे मे जो
तो समझ जाना " वो हु मै "
पूछो जो दिल से कभी सवाल कोई,
जवाब जो आये समझ जाना " वो हु मै" |

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